
हिंदू धर्म में विवाह बहुत महत्वपूर्ण है। 2025 की विवाह मुहूर्त लिस्ट में शुभ तिथियां दी गई हैं। शुभ मुहूर्त में विवाह करने से जीवन सुखी होता है। विवाह मुहूर्त लिस्ट 2025 (Vivah Muhurat list 2025)
इस लेख में 2025 के सभी महीनों के विवाह मुहूर्त के बारे में जानकारी दी गई है। आप शुभ तिथियां और नक्षत्र भी जान सकेंगे।
प्रमुख बिंदु
- हिंदू धर्म में विवाह को एक पवित्र संस्कार माना जाता है।
- शुभ मुहूर्त में विवाह करने से जीवन में समृद्धि और खुशहाली आती है।
- 2025 में कुछ महीनों में शुभ विवाह तिथियां नहीं हैं।
- विवाह तिथि चयन में पंचांग शुद्धि, नक्षत्र और योग का महत्वपूर्ण भूमिका है।
- विवाह मुहूर्त लिस्ट से आप सभी शुभ तिथियों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
विवाह मुहूर्त का महत्व और पवित्रता
हिंदू धर्म में विवाह एक पवित्र बंधन माना जाता है। शुभ मुहूर्त में विवाह करने से दांपत्य जीवन सुखमय और समृद्ध होता है। पंचांग शुद्धि का महत्वपूर्ण योगदान होता है।
हिंदू धर्म में विवाह का स्थान
हिंदू धर्म में विवाह एक पवित्र संस्कार है। यह दो जीवनों को एक करके एक नया जीवन प्रारंभ करता है। विवाह के शुभ मुहूर्त में किए गए कार्य जीवनभर सुख-समृद्धि प्रदान करते हैं।
शुभ मुहूर्त का महत्व
शुभ मुहूर्त में किया गया विवाह सफल और धार्मिक रूप से पवित्र होता है। इससे जोड़े का दांपत्य जीवन सुखमय और उत्तरोत्तर समृद्ध होता है। शुभ तिथि, नक्षत्र और योग का चयन करके किया गया विवाह दीर्घायु और सुखमय जीवन प्रदान करता है।
पंचांग शुद्धि का महत्व
विवाह मुहूर्त की पंचांग शुद्धि का निर्धारण विवाह के सफल परिणाम के लिए महत्वपूर्ण है। इसमें नक्षत्र, योग और करण की शुद्धि की जाती है। शुभ मुहूर्त में किया गया विवाह जीवनभर सुख-समृद्धि प्रदान करता है।
इस प्रकार, हिंदू धर्म में विवाह एक पवित्र संस्कार है, जिसे शुभ मुहूर्त में करने से जोड़े का दांपत्य जीवन सुखमय और समृद्ध होता है। पंचांग शुद्धि का महत्व इस दिशा में अत्यंत महत्वपूर्ण है।
विवाह मुहूर्त लिस्ट 2025
वर्ष 2025 में कई शुभ विवाह मुहूर्त हैं। ये विभिन्न महीनों में फैले हुए हैं।
जनवरी से दिसंबर तक के लिए शुभ दिनों की जानकारी दी गई है। इसमें तिथि, वार, नक्षत्र और शुभ समय शामिल हैं।
जनवरी 2025:
- 16, 17, 18, 19, 21, 22, और 24 तारीख शुभ विवाह मुहूर्त हैं।
- 18 जनवरी 2025 को शुभ विवाह मुहूर्त दोपहर 2:51 बजे से लेकर अगले दिन रात 1:16 बजे तक है।
फरवरी 2025:
- 7, 13, 14, 15, 18, 19, 20, 21, और 25 तारीख शुभ विवाह मुहूर्त हैं।
मार्च 2025:
- 1 मार्च को सुबह 11:22 बजे से लेकर अगले दिन सुबह 6:45 बजे तक शुभ मुहूर्त है।
अप्रैल 2025:
- 14, 16, 18, 19, 20, 21, 25, 29, और 30 तारीख शुभ विवाह मुहूर्त हैं।
जून 2025:
- 1, 2, 4, और 7 तारीख शुभ विवाह मुहूर्त हैं।
जुलाई से अक्टूबर 2025 के महीनों में देवशयनी एकादशी से देवुथानी एकादशी तक विशेष विचार करने की आवश्यकता है।
नवंबर 2025:
- देवशयनी एकादशी 6 नवंबर को है, जिसके बाद भगवान विष्णु के चार महीने की विश्राम अवधि है।
- 12, 13, 15, 16, 17, 18, 22, 25, 26, 27, और 28 तारीख शुभ विवाह मुहूर्त हैं।
दिसंबर 2024:
- 2, 3, 4, 6, 7, 10, 11, और 14 तारीख शुभ विवाह मुहूर्त हैं।
इस लिस्ट में प्रत्येक महीने के लिए विवाह दिनों के विस्तृत विवरण दिए गए हैं। यह आपको अपने विवाह की तारीख और समय चुनने में मदद करेगी।
जनवरी 2025 के विवाह मुहूर्त
जनवरी 2025 में 10 शुभ विवाह मुहूर्त हैं। 16, 17, 18, 19, 20, 21, 23, 24, 26 और 27 जनवरी के दिन हैं।
इन दिनों के अलावा, जनवरी के शुभ नक्षत्र भी हैं। ये नक्षत्र हैं – मघा, उत्तराफाल्गुनी, हस्त, स्वाती और अनुराधा।
प्रत्येक विवाह मुहूर्त की समयावधि कम से कम 5 मिनट है। यह जानकारी विवाह कैलेंडर 2025 से मिलती है।
हिन्दू धर्म में, कलाई बांधने का शुभ मुहूर्त बहुत महत्वपूर्ण है। यह विवाह के शुरुआत का प्रतीक है।
इन मुहूर्तों का चयन करके, कपल अपने विवाह के लिए सही समय चुन सकते हैं।
तिथि | दिन | नक्षत्र | समय |
---|---|---|---|
16 जनवरी | गुरुवार | मघा | 11:38 AM – 01:43 PM |
17 जनवरी | शुक्रवार | उत्तराफाल्गुनी | 12:10 PM – 02:15 PM |
18 जनवरी | शनिवार | हस्त | 12:40 PM – 02:45 PM |
19 जनवरी | रविवार | स्वाती | 01:10 PM – 03:15 PM |
21 जनवरी | मंगलवार | अनुराधा | 02:15 PM – 04:20 PM |
24 जनवरी | शुक्रवार | मघा | 03:25 PM – 05:30 PM |
इन मुहूर्तों में से कोई भी चुनकर आप अपनी विवाह तिथि तय कर सकते हैं। कलाई बांधने का शुभ मुहूर्त भी इनमें से किसी में होना चाहिए।
फरवरी 2025 के विवाह मुहूर्त
फरवरी 2025 में शुभ विवाह मुहूर्तों की उपलब्धता का विश्लेषण करें। विवाह मांगलिक मुहूर्त के लिहाज से फरवरी महीना शुभ माना जाता है। इस महीने में शुभ विवाह तिथियां भी उपलब्ध हैं।
वैदिक ज्योतिष के अनुसार, 2025 में फरवरी महीने में कुछ नक्षत्र शुभ हैं। मघा, उत्तर फाल्गुनी, हस्त, स्वाति और अनुराधा नक्षत्रों को शुभ माना गया है। इन नक्षत्रों पर होने वाले विवाह रोमांचक और सौभाग्यशाली होंगे।
तारीख | वार | तिथि | नक्षत्र |
---|---|---|---|
13 फरवरी | बुधवार | द्वितीया | मघा |
14 फरवरी | गुरुवार | त्रयोदशी | उत्तर फाल्गुनी |
15 फरवरी | शुक्रवार | चतुर्दशी | हस्त |
16 फरवरी | शनिवार | पूर्णिमा | स्वाति |
17 फरवरी | रविवार | प्रतिपदा | अनुराधा |
18 फरवरी | सोमवार | द्वितीया | अनुराधा |
इन तारीखों पर विवाह करने वाले जोड़े अपने शुभ विवाह मुहूर्त का लाभ उठा सकते हैं।
विवाह मुहूर्त चयन के मुख्य नियम
विवाह मुहूर्त चुनने में कई नियम होते हैं। इनमें शुक्र और गुरु अस्त का प्रभाव, नक्षत्र और योग का महत्व शामिल है।
शुक्र और गुरु अस्त का प्रभाव
हिंदू धर्म में शुक्र और गुरु को विवाह के लिए शुभ माना जाता है। लेकिन, अगर शुक्र या गुरु अस्त हों, तो विवाह नहीं होता। ऐसे समय में विवाह करने से कई समस्याएं हो सकती हैं।
नक्षत्र और योग का महत्व
2025 विवाह मुहूर्त लिस्ट में नक्षत्र और योग का विशेष ध्यान दिया जाता है। नक्षत्र और योग का सही संयोजन मुहूर्त चयन में महत्वपूर्ण है।
पंचांग शुद्धि के साथ-साथ लग्न शुद्धि भी विवाह मुहूर्त चयन के लिए महत्वपूर्ण है।
“विवाह के लिए शुद्ध और अनुकूल मुहूर्त का चयन करना अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह कार्य जीवन भर के लिए होता है।”
शुभ मुहूर्त निर्धारण की विधि
विवाह मुहूर्त निर्धारण में पंचांग शुद्धि, नक्षत्र, योग और करण की जांच की जाती है। द्रिक पंचांग का उपयोग शुभ मुहूर्त निर्धारण के लिए किया जाता है। शुभ विवाह मुहूर्त की न्यूनतम अवधि 5 मिनट होती है।
इसकी गणना सूर्योदय से सूर्योदय तक की जाती है।
विवाह मुहूर्त कैलेंडर में कई महीनों की शुभ विवाह तिथियों और समयों का उल्लेख किया जाता है। जैसे:
- जनवरी 2025 में 16, 17, 18, 19, 21, 22 और 24 तारीखें शुभ विवाह मुहूर्त के लिए सूचीबद्ध हैं।
- फरवरी 2025 में 7, 13, 14, 15, 18, 19, 20, 21 और 25 तारीखें शुभ विवाह मुहूर्त के लिए हैं।
- मार्च 2025 में 1, 2, 6, 7 और 12 तारीखें शुभ विवाह मुहूर्त के लिए उपलब्ध हैं।
- अप्रैल 2025 में 14, 16, 18, 19, 20, 21, 25, 29 और 30 तारीखें शुभ विवाह मुहूर्त के लिए हैं।
- मई 2025 में 1, 5, 6, 8, 15, 17 और 18 तारीखें शुभ विवाह मुहूर्त के लिए सूचीबद्ध हैं।
- जून 2025 में 1, 2, 4 और 7 तारीखें शुभ विवाह मुहूर्त के लिए उपलब्ध हैं।
इन तिथियों के अलावा, जुलाई से अक्टूबर 2025 तक के महीनों में भी कुछ शुभ विवाह मुहूर्त हैं। ये हिंदू कैलेंडर में देवशयानी एकादशी से देवुठानी एकादशी के संक्रमण के दौरान निर्धारित किए गए हैं।
केवल 24% शुभ विवाह मुहूर्त मिथिला पंचांग 2025 के अनुसार हैं। इसलिए, शुक्र और गुरु के रिट्रोग्रेड के दौरान विवाह करने से बचना चाहिए। मुहूर्त चयन के लिए ज्योतिषी की सलाह लेना महत्वपूर्ण है।
मुहूर्त पंचांग विवाह समारोह के लिए शुभ समय और तिथियों की गणना करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसमें नक्षत्र, योग और करण जैसे तत्वों पर विचार किया जाता है। इस तरह, विवाह मुहूर्त कैलेंडर और शुभ विवाह तिथियां दोनों महत्वपूर्ण हैं।
विवाह मुहूर्त में वर्जित समय
शादी की सही तारीख और शुभ मुहूर्त चुनते समय, कुछ दिन और तिथियां वर्जित होती हैं। इन दिनों में शुभ मुहूर्त नहीं माने जाते। इसलिए, विवाह करने से बचना चाहिए।
इन दिनों को ध्यान में रखते हुए, शुभ मुहूर्त का चयन किया जाता है।
अशुभ दिन और तिथियां
शुक्र और गुरु के अस्त होने के समय विवाह नहीं किया जाता। इन ग्रहों के अस्त होने से विवाह वर्जित माना जाता है।
कुछ तिथियां और नक्षत्र भी अशुभ माने जाते हैं। इनमें विवाह नहीं किया जाता।
मलमास में विवाह निषेध
मलमास या अधिकमास में विवाह से बचना चाहिए। इस महीने में विवाह की परंपरा शुभ नहीं मानी जाती।
इन नियमों का पालन करके शादी की सही तारीख और शुभ मुहूर्त विवाह की योजना बनाई जाती है। अशुभ दिनों और तिथियों से बचकर, मलमास से दूर रहना जरूरी है।
“विवाह के लिए शुभ मुहूर्त का चुनाव महत्वपूर्ण है। इस दिशा में किए गए नियमों का ध्यानपूर्वक पालन करना चाहिए।”
विशेष मुहूर्त और लग्न
शादी के लिए कुछ विशेष मुहूर्त और लग्न बहुत शुभ माने जाते हैं। वैदिक मुहूर्त, अभिजित मुहूर्त और विजय मुहूर्त में से कुछ हैं। कुंडली मिलान के आधार पर भी विशेष मुहूर्त निकाले जाते हैं।
वैदिक मुहूर्त में विवाह के लिए कई शुभ मुहूर्त हैं। जैसे गायत्री मुहूर्त, अक्षय तृतीया, रक्षा बंधन और नवरात्रि के दिन। इन दिनों में विवाह करने से जीवन में सुख और समृद्धि आती है।
अभिजित मुहूर्त भी विवाह के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह सूर्योदय के बाद के दो घंटे तक होता है। इस समय विवाह करने से जोड़े के जीवन में सुख आता है।
विजय मुहूर्त भी एक विशेष मुहूर्त है। यह सूर्यास्त के बाद के दो घंटे तक होता है। यह मुहूर्त लंबे और सफल विवाह का संकेत देता है।
इन मुहूर्तों के अलावा, कुंडली मिलान से भी विशेष मुहूर्त निकाले जाते हैं। कुंडली मिलान से जोड़ों के बीच तालमेल पता चलता है। इससे सुखी और सफल विवाह की संभावना बढ़ जाती है।
इस तरह, शादी के शुभ मुहूर्त और तिथियां चुनने से जोड़ों के जीवन में सुख और समृद्धि आती है। कलाई बांधने का शुभ मुहूर्त भी देखकर, जीवन में सौभाग्य का आगमन होता है।
“विवाह मुहूर्त का चयन कर लेना किसी भी वैवाहिक समारोह की सफलता का आधार होता है।”
निष्कर्ष
2025 की विवाह कैलेंडर आपको विवाह की योजना बनाने में मदद करेगी। हिंदू धर्म में विवाह बहुत महत्वपूर्ण है। शुभ विवाह मांगलिक मुहूर्त में होने वाला विवाह जीवन को सुखमय बनाता है।
पंडित जी से परामर्श लें और कुंडली मिलाएं। इससे आपको सबसे अच्छा मुहूर्त मिलेगा। शुभ मुहूर्त में विवाह से जीवनभर खुशी मिलती है।
जनवरी 2025 में 16, 17 और 23 तारीख, फरवरी में 6, 7, 12, 13, 18, 20, 21 और 25 तारीख, और मार्च में 6, 7 और 11 तारीख शुभ हैं। इन दिनों विवाह करने से जीवन में खुशी और समृद्धि आती है।
शुक्र और गुरु ग्रह अस्त होने पर, नक्षत्र और योग का ध्यान रखना जरूरी है। शुभ मुहूर्त में शादी जीवन को सफल बनाती है। इस लिस्ट का उपयोग करके आप सही तारीख और समय चुन सकते हैं।
FAQ
क्या 2025 में कई शुभ विवाह मुहूर्त हैं?
हां, 2025 में कई शुभ विवाह मुहूर्त हैं। इस साल के सभी महीनों के लिए विवाह मुहूर्त दिए गए हैं। इसमें तिथि, वार, नक्षत्र और शुभ समय की जानकारी शामिल है।
हिंदू धर्म में विवाह का क्या महत्व है?
हिंदू धर्म में विवाह बहुत महत्वपूर्ण है। शुभ मुहूर्त में विवाह करने से जीवन सुखमय होता है। पंचांग शुद्धि के आधार पर मुहूर्त निकाले जाते हैं।
पंचांग शुद्धि का विवाह मुहूर्त में क्या महत्व है?
पंचांग शुद्धि में नक्षत्र, योग और करण की जांच की जाती है। शुभ मुहूर्त में विवाह जीवनभर सुखद बनाता है।
जनवरी 2025 के कौन-कौन से शुभ विवाह मुहूर्त हैं?
जनवरी 2025 में 10 शुभ विवाह मुहूर्त हैं। 16, 17, 18, 19, 20, 21, 23, 24, 26 और 27 जनवरी की शुभ तिथियां हैं। मघा, उत्तराफाल्गुनी, हस्त, स्वाती और अनुराधा नक्षत्र शुभ हैं।
फरवरी 2025 के विवाह मुहूर्त क्या हैं?
फरवरी 2025 में विवाह मुहूर्त शुभ तिथियों, वार, नक्षत्र और समय के आधार पर हैं। फरवरी में शादी करने वाले जोड़े इन मुहूर्तों का लाभ उठा सकते हैं।
विवाह मुहूर्त चयन में कौन-कौन से नियमों का पालन किया जाता है?
विवाह मुहूर्त चयन में शुक्र और गुरु अस्त के समय विवाह नहीं किया जाता। नक्षत्र और योग का विशेष महत्व है। पंचांग शुद्धि और लग्न शुद्धि का भी ध्यान रखा जाता है।
शुभ मुहूर्त निर्धारण की विधि क्या है?
शुभ मुहूर्त निर्धारण में पंचांग शुद्धि, नक्षत्र, योग और करण की जांच की जाती है। द्रिक पंचांग का उपयोग किया जाता है। मुहूर्त की न्यूनतम अवधि 5 मिनट होती है।
विवाह मुहूर्त में कौन-कौन से दिन और तिथियां वर्जित होती हैं?
शुक्र और गुरु अस्त के समय विवाह नहीं किया जाता। मलमास या अधिकमास में भी विवाह निषेध होता है। इन नियमों का पालन करके शुभ मुहूर्त निकाला जाता है।
विवाह के लिए कौन-कौन से विशेष मुहूर्त और लग्न शुभ माने जाते हैं?
वैदिक मुहूर्त, अभिजित मुहूर्त और विजय मुहूर्त विवाह के लिए अत्यंत शुभ माने जाते हैं। लग्न शुद्धि भी की जाती है। वर-वधू की कुंडली मिलान के आधार पर भी विशेष मुहूर्त निकाले जाते हैं।
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