जब हम नए जीवन साथी की तलाश करते हैं, तो हम सुखी वैवाहिक जीवन की आशा करते हैं। लेकिन, मांगलिक दोष ज्योतिषीय कारणों से आ सकता है। यह दोष विवाह और दांपत्य जीवन में समस्याएं पैदा कर सकता है। इस लेख में, मांगलिक दोष के कारण, प्रभाव और निवारण के उपायों पर चर्चा करेंगे। मांगलिक दोष में विवाह के उपाय (Manglik dosh mein vivah ke upay)
मुख्य बिंदु
- मांगलिक दोष एक महत्वपूर्ण ज्योतिषीय समस्या है जो विवाह और दांपत्य जीवन को प्रभावित कर सकती है।
- मांगलिक दोष तब उत्पन्न होता है जब जन्म कुंडली में मंगल ग्रह विशेष स्थानों पर होता है।
- इस दोष के कारण, व्यक्ति को शादी में अवरोध और ससुराल में संघर्ष का सामना करना पड़ सकता है।
- धार्मिक और ज्योतिषीय उपायों के साथ-साथ मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण भी मांगलिक दोष को कम करने में मदद कर सकते हैं।
- समय पर उचित उपाय करके मांगलिक दोष से मुक्ति पाई जा सकती है और एक सुखद विवाह जीवन प्राप्त किया जा सकता है।
मांगलिक दोष क्या है?
मांगलिक दोष तब होता है जब मंगल ग्रह कुंडली में विशेष स्थानों पर होता है। यह व्यक्ति के विवाह में समस्याएं पैदा कर सकता है। कुछ ज्योतिषी चंद्र और शुक्र को भी देखते हैं।
मांगलिक दोष का अर्थ
यह दोष व्यक्ति के विवाह को प्रभावित कर सकता है। यह विवाह में बाधाएं और जीवनसाथी के साथ संबंधों को प्रभावित कर सकता है।
यह प्रकृति में कैसे होता है?
यह दोष जन्म के समय ग्रहों के संतुलन पर आधारित है। जब मंगल ग्रह विशिष्ट स्थानों पर होता है, तो यह दोष होता है। यह व्यक्ति के भविष्य को प्रभावित करता है, विशेष रूप से विवाह में।
शारीरिक और मानसिक प्रभाव
इस दोष के कारण व्यक्ति अधिक क्रोधी और उत्तेजित हो सकता है। यह व्यक्ति को अस्थिर और आक्रामक बना सकता है। इससे व्यक्तित्व और व्यवहार पर असर पड़ता है।
“मांगलिक दोष के कारण होने वाली परेशानियों को ज्योतिष के आधार पर समझना और उसके प्रभावों को कम करने के लिए उपाय करना महत्वपूर्ण है।”
मांगलिक दोष के लक्षण (मांगलिक दोष में विवाह के उपाय)
गृह नक्षत्र और मंगल का स्थान व्यक्ति के जीवन पर बड़ा प्रभाव डालता है। मांगलिक दोष के लक्षणों में विवाह में देरी, रिश्तों में तनाव, और दांपत्य जीवन में समस्याएं शामिल हैं।
कुंडली में मंगल की स्थिति इस दोष का संकेत देती है। यह व्यक्ति के व्यक्तिगत और पारिवारिक जीवन को प्रभावित कर सकता है। विवाह में बाधाएं आ सकती हैं।
कुंडली के प्रमुख संकेत
- मंगल सूर्य से अस्त हो जाए तो मांगलिक दोष प्रभावहीन हो जाता है।
- कर्क लग्न एवं सिंह लग्न में मंगल योग कारक होने के कारण मांगलिक दोष समाप्त हो जाता है।
- मंगल और गुरु का योग हो या गुरु की दृष्टि मंगल पर हो तो भी मांगलिक दोष समाप्त हो जाता है।
- मंगल और शनि की युति हो या शनि की दृष्टि में होने पर भी मंगल का मांगलिक दोष समाप्त हो जाता है।
- मंगल मकर राशि में हो तो मांगलिक दोष निरस्त हो जाता है।
व्यक्तिगत जीवन पर प्रभाव
मंगल दोष से प्रभावित व्यक्तियों के विवाहित जीवन में निम्नलिखित लक्षण दिखाई दे सकते हैं:
- विवाह में देरी: मंगल दोष वाले व्यक्ति के लिए विवाह की दिनांक में देरी हो सकती है।
- संघटनाएं और मतभेद: इन व्यक्तियों के विवाहित जीवन में अक्सर संघटनाएं और मतभेद देखे जा सकते हैं।
- पारिवारिक समस्याएं: मंगल दोष से प्रभावित व्यक्तियों के पारिवारिक संबंधों में तनाव दिखाई दे सकता है, जिससे कि परिवार के सदस्यों के बीच में मतभेद बढ़ सकते हैं।
विवाह में आने वाली बाधाएं
मंगल दोष से कई बाधाएं आ सकती हैं। विवाह में देरी, संबंधों में तनाव और पारिवारिक समस्याएं शामिल हैं।
इन समस्याओं से निपटने के लिए विभिन्न उपाय किए जा सकते हैं। मंगल की पूजा, कुंडली मिलान और भात पूजन जैसे उपाय किए जा सकते हैं।
मांगलिक दोष के कारण
विवाह में मांगलिक दोष का मुख्य कारण है जन्म कुंडली में मंगल ग्रह की स्थिति। जब मंगल ग्रह लग्न, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम या द्वादश भाव में होता है, तो यह दोष होता है। इस दोष को समझना जरूरी है ताकि विवाह मुहूर्त चयन में मदद मिल सके।
जन्म के समय ग्रह स्थिति
मंगल ग्रह की विशेष स्थिति ही मांगलिक दोष का कारण है। यह ग्रह लग्न, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम या द्वादश भाव में होने पर दोष पैदा करता है। इस स्थिति में यह जीवन पर नकारात्मक प्रभाव डालता है और विवाह में बाधाएं पैदा करता है।
जन्म कुंडली में मंगल का स्थान
कुंडली में मंगल ग्रह का स्थान बहुत महत्वपूर्ण है। यदि यह ग्रह लग्न या महत्वपूर्ण स्थानों पर है, तो यह विवाह मुहूर्त चयन को प्रभावित करता है। इस स्थिति में विशेष उपाय करने की जरूरत है।
पारिवारिक इतिहास का प्रभाव
कुछ मामलों में, मांगलिक दोष पारिवारिक इतिहास से भी हो सकता है। यदि किसी परिवार में पहले से ही यह समस्या है, तो यह पीढ़ियों से चली आ रही है। इस स्थिति में भी विशेष उपाय करने की जरूरत है।
“जन्म कुंडली में मंगल ग्रह की स्थिति ही मांगलिक दोष का मुख्य कारण है। इस ग्रह की विशेष स्थिति में विशेष उपाय करने की आवश्यकता होती है।”
सारांश में, मांगलिक दोष का मुख्य कारण है जन्म कुंडली में मंगल ग्रह की स्थिति। कुछ मामलों में पारिवारिक इतिहास भी इस दोष के लिए जिम्मेदार हो सकता है। इन कारणों को समझकर विवाह मुहूर्त चयन और धार्मिक उपाय किए जा सकते हैं।
मांगलिक दोष का प्रभाव (मांगलिक दोष में विवाह के उपाय)
मांगलिक दोष विवाह पर बहुत बड़ा प्रभाव डालता है। यह दोष विवाह में लड़ाई, तनाव और असंतोष का कारण बनता है। कुछ मामलों में, यह तलाक का कारण भी बन सकता है।
इस दोष के कारण पारिवारिक जीवन में कठिनाइयां हो सकती हैं। ससुराल पक्ष के साथ रिश्तों में भी तनाव बढ़ सकता है।
विवाह संबंधों पर असर
मांगलिक दोष वाले लोगों को विवाह में देरी हो सकती है। यह उनके विवाह में कई चुनौतियां ला सकता है।
मानसिक तनाव और संघर्ष
मांगलिक दोष व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर डालता है। तनाव, चिंता और अवसाद जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
यह उनके दैनिक जीवन और रिश्तों में भी बाधा डालता है।
पारिवारिक जीवन में कष्ट
मांगलिक दोष के कारण व्यक्ति और परिवार को कई कठिनाइयां हो सकती हैं। आर्थिक परेशानियां भी हो सकती हैं।
यह ससुराल पक्ष के साथ रिश्तों में भी तनाव पैदा कर सकता है।
अनुलोम विवाह | प्रतिलोम विवाह |
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अनुलोम विवाह में दोनों पार्टियों का मांगलिक दोष नहीं होता है। | प्रतिलोम विवाह में एक पक्ष में मांगलिक दोष होता है। |
अनुलोम विवाह में परिणाम अधिक सकारात्मक होते हैं। | प्रतिलोम विवाह में मानसिक तनाव और संघर्ष का खतरा अधिक होता है। |
अनुलोम विवाह में पारिवारिक जीवन सुखमय होता है। | प्रतिलोम विवाह में पारिवारिक जीवन में कष्ट हो सकता है। |
“मांगलिक दोष किसी भी व्यक्ति का विवाह और पारिवारिक जीवन को प्रभावित कर सकता है। इसे समझकर उचित उपाय करना महत्वपूर्ण है।”
उपाय: धार्मिक उपाय (मांगलिक दोष में विवाह के उपाय)
मांगलिक दोष को दूर करने के लिए कई धार्मिक तरीके हैं। ये तरीके मंगल ग्रह को शांत करने में मदद करते हैं। इसमें हवन, पूजा, विशेष मंत्रों का जाप और व्रत रखना शामिल है।
हवन और पूजा के महत्व
हवन और पूजा मंगल ग्रह को शांत करने में मदद करते हैं। ये व्यक्ति को शांति और सुकून देते हैं। प्राचीन मंत्रों का जाप मंगल ग्रह को प्रसन्न करता है।
विशेष मंत्र का जाप
मंगल देव को प्रसन्न करने के लिए विशेष मंत्र हैं। इनमें ॐ मंगलम भगवान् भौमः, हनुमान चालीसा, और लाल दुर्गा मंत्र शामिल हैं। इन मंत्रों का नियमित जाप मांगलिक दोष को दूर करता है।
व्रत और उपवास
पूजा-पाठ और दान कर्म के साथ व्रत और उपवास भी महत्वपूर्ण हैं। विशेष रूप से मंगलवार का व्रत लाभकारी है। ये अनुष्ठान मंगल ग्रह को प्रसन्न करते हैं।
इन धार्मिक उपायों का उद्देश्य मंगल ग्रह के नकारात्मक प्रभावों को कम करना है। ये व्यक्ति को शांति और सकारात्मक ऊर्जा देते हैं। ये उपाय सफल विवाह के लिए भी मदद करते हैं।
उपाय: ज्योतिष उपाय
ज्योतिष उपायों का उपयोग मांगलिक दोष से निपटने के लिए किया जा सकता है। इसमें कुंडली का विश्लेषण, ग्रहों का प्रतिस्थापन और विशेष उपायों का चयन शामिल है। एक अनुभवी ज्योतिषी आपकी कुंडली के आधार पर सबसे प्रभावी उपायों की सलाह दे सकता है।
कुंडली का विश्लेषण
कुंडली का विस्तृत विश्लेषण मांगलिक दोष की गंभीरता को समझने में मदद करता है। इसमें मंगल ग्रह का स्थान, अन्य ग्रहों के साथ उसके संबंध और कुंडली के विभिन्न घरों पर उसका प्रभाव शामिल होता है।
ग्रहों का प्रतिस्थापन
ज्योतिष उपायों में मंगल ग्रह का प्रतिस्थापन महत्वपूर्ण है। विशिष्ट मंत्रों, यज्ञों और दानों का उपयोग किया जाता है। इससे मंगल ग्रह का शुद्धिकरण और शक्ति संतुलन हो सकता है।
उपायों का चयन
ज्योतिष उपायों में सही उपाय का चयन महत्वपूर्ण है। एक अनुभवी ज्योतिषी आपकी कुंडली और जन्म विवरण के आधार पर सबसे प्रभावी उपाय सुझा सकता है। शुभ मुहूर्त का चयन भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
“जीवन की हर चुनौती का समाधान ज्योतिष में निहित है। एक अच्छा ज्योतिषी आपकी कुंडली के आधार पर सही उपायों का मार्गदर्शन कर सकता है।”
ज्योतिष उपायों में कुंडली विश्लेषण, ग्रहों का प्रतिस्थापन और सही उपायों का चयन शामिल है। इन उपायों से मांगलिक दोष के प्रभावों को कम किया जा सकता है। इससे एक सफल विवाह की संभावना बढ़ सकती है।
उपाय: मनोवैज्ञानिक उपाय
मांगलिक दोष से तनाव कम करने के लिए मनोवैज्ञानिक उपाय बहुत उपयोगी हैं। सकारात्मक सोच, काउंसलिंग और मानसिक तैयारी जैसे उपाय महत्वपूर्ण हैं।
सकारात्मक सोच का महत्व
सकारात्मक सोच मांगलिक दोष के प्रभावों को कम करने में मदद करती है। यह व्यक्ति को अपने जीवन पर नियंत्रण देती है।
इससे तनाव कम होता है और आत्मविश्वास बढ़ता है।
काउंसलिंग और सलाह
काउंसलिंग और सलाह लेना भी एक अच्छा उपाय है। मनोवैज्ञानिक या धार्मिक विशेषज्ञ से बात करके, व्यक्ति अपने मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान दे सकता है।
यह जीवन पर नियंत्रण बढ़ाता है।
खुद को तैयार करना
मानसिक और भावनात्मक रूप से तैयार होना भी महत्वपूर्ण है। योग, ध्यान, प्रार्थना जैसी प्रथाएं मददगार हैं।
मनोवैज्ञानिक उपायों के अलावा, धार्मिक और ज्योतिषीय उपाय भी उपयोगी हैं। एक समग्र दृष्टिकोण से मांगलिक दोष का समाधान हो सकता है।
मांगलिक दोष का विवाह में समाधान
मांगलिक दोष एक गंभीर ज्योतिषीय समस्या है। यह विवाह जीवन को प्रभावित कर सकती है। लेकिन, कई उपाय और समाधान हैं जो जीवन को सुखमय बना सकते हैं।
दोष से मुक्ति के लिए उपाय
मांगलिक दोष को दूर करने के लिए कुछ उपाय हैं:
- विशेष पूजा-पाठ और हवन करना
- मंगलवार का व्रत रखना और मंदिर जाना
- लाल चूड़ी, मंगलसूत्र या मंगल ग्रह की मूर्ति को धारण करना
- जड़ी-बूटियों और दानों का सेवन
वैकल्पिक विवाह के विकल्प
कुछ मामलों में, मांगलिक व्यक्ति का दूसरे मांगलिक व्यक्ति से विवाह करना अच्छा हो सकता है। इससे पारस्परिक समझ और सहयोग बढ़ता है।
सही समय का चयन
विवाह की तारीख और मुहूर्त का चयन भी महत्वपूर्ण है। यह मांगलिक दोष के प्रभाव को कम कर सकता है। इसलिए, ज्योतिषी की सलाह लेना जरूरी है।
मांगलिक दोष के समाधान के लिए कई तरीके हैं। धार्मिक और ज्योतिषीय उपायों के अलावा, व्यक्तिगत प्रयास भी मददगार हो सकते हैं। जीवनसाथी की सहमति और समर्थन भी महत्वपूर्ण है।
पारंपरिक उपाय
प्राचीन काल से ही मांगलिक दोष से छुटकारा पाने के लिए कई उपाय किए जाते हैं। इनमें बंधनन प्रयोग, विशेष रत्न पहनना और जल प्रवाह के उपाय शामिल हैं। गणपति होम विधि भी एक प्रभावी उपाय माना जाता है।
बंधनन प्रयोग
बंधनन एक प्राचीन रूढ़िगत उपाय है। इसमें मंगल ग्रह को बंधित करने के लिए विशेष प्रक्रियाएं की जाती हैं। इसमें विशेष मंत्रों का जाप, होम-हवन और पूजा का महत्वपूर्ण स्थान है।
यह मंगल ग्रह की नकारात्मक ऊर्जा को नियंत्रित करने में मदद करता है।
रत्न पहनने का महत्व
ज्योतिष शास्त्र में कई रत्नों को मंगल ग्रह से जोड़ा जाता है। इनमें लाल चूना, लाल गरूड़मण्य, हींग और लाल मोती प्रमुख हैं।
इन रत्नों को पहनने से मंगल की नकारात्मक ऊर्जा कम होती है। इससे वैवाहिक जीवन में शांति मिलती है।
जल प्रवाह के उपाय
जल प्रवाह के उपायों में नदी, झरने या पवित्र कुंड में विशेष मंत्रों के साथ जल अर्पण करना शामिल है। यह मंगल ग्रह की प्रतिष्ठा बढ़ाता है।
इन उपायों के अलावा, गणपति होम विधि भी मांगलिक दोष के लिए प्रभावी है। गणेश भगवान की पूजा मंगल ग्रह के प्रभाव को कम करती है।
आधुनिक उपाय
आजकल, कुंडली मिलान और मांगलिक दोष के लिए कई नए तरीके हैं। ज्योतिष ऐप्स, ऑनलाइन सेवाएं और विशेषज्ञ मदद, इन समस्याओं का समाधान करते हैं।
ज्योतिष ऐप्स और तकनीक
बहुत से ज्योतिष ऐप्स हैं जो मदद करते हैं। वे जन्म कुंडली का विश्लेषण करते हैं और मांगलिक दोष का पता लगाते हैं। इसके बाद, वे उपाय सुझाते हैं।
कुंडली मिलान सेवा
कुंडली मिलान ऑनलाइन सेवाएं भी बहुत लोकप्रिय हैं। आप अपनी और अपने जीवनसाथी की कुंडली का मिलान करा सकते हैं। इससे आप मांगलिक दोष के बारे में जान सकते हैं और उपाय मिलते हैं।
विशेषज्ञ सहायता
मांगलिक दोष के मुद्दे में विशेषज्ञ ज्योतिषियों से मदद लेना एक अच्छा विकल्प है। वे आपकी कुंडली का विस्तृत विश्लेषण करते हैं और सही उपाय बताते हैं।
आजकल, कुंडली मिलान और मांगलिक दोष के लिए कई आधुनिक तरीके हैं। ज्योतिष ऐप्स, ऑनलाइन सेवाएं और विशेषज्ञ मदद, इन समस्याओं का समाधान करते हैं।
सामाजिक दृष्टिकोण
भारतीय समाज में विवाह से पहले कुंडली मिलान का बहुत महत्व है। लोगों के बीच मांगलिक दोष के बारे में कई गलत धारणाएं हैं। कुछ लोग इसे गंभीरता से लेते हैं, जबकि अन्य इसे केवल एक कल्पना मानते हैं।
मांगलिक दोष पर समाज की सोच
अनेक लोग मानते हैं कि मांगलिक दोष एक गंभीर समस्या है। वे मानते हैं कि इससे प्रभावित व्यक्ति के लिए विवाह करना बहुत मुश्किल हो जाता है। इसलिए, कुंडली मिलान के समय इस दोष पर विशेष ध्यान दिया जाता है।
विवाह के दौरान सामाजिक दबाव
मांगलिक दोष को लेकर अक्सर विवाह के दौरान सामाजिक दबाव बना रहता है। परिवारों में इस बारे में गंभीर चर्चाएं होती हैं। इससे तनाव पैदा हो जाता है।
जागरूकता बढ़ाने के उपाय
- मांगलिक दोष पर वैज्ञानिक और तर्कसंगत दृष्टिकोण को अपनाना जरूरी है।
- इस बारे में जनता में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है, ताकि अज्ञानता और भ्रम का खात्मा हो सके।
- धार्मिक और ज्योतिष के नाम पर होने वाले गलत प्रचार को रोकने की जरूरत है।
कुल मिलाकर, मांगलिक दोष को लेकर समाज में अभी भी कई गलत धारणाएं हैं। इस पर वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाकर जागरूकता फैलाना महत्वपूर्ण है। ताकि लोगों को सही जानकारी मिल सके और कोई भी व्यक्ति इस कारण तकलीफ न झेलना पड़े।
मांगलिक दोष के प्रकार | प्रभाव |
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कुंडली में मंगल का पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें भाव में स्थित होना | वैवाहिक जीवन में तनाव, अवैध संबंध, स्वास्थ्य और वित्तीय समस्याएं |
सातवें और आठवें भाव में मंगल का स्थित होना | सबसे गंभीर प्रभाव |
मांगलिक दोष के प्रभाव और इसके समाधान के लिए ज्योतिषी से सलाह लेना बहुत जरूरी है। साथ ही, समाज में इस विषय पर जागरूकता बढ़ाने की भी आवश्यकता है।
निष्कर्ष: मांगलिक दोष की समझ (Manglik dosh mein vivah ke upay)
मांगलिक दोष को समझना और सही उपाय जानना विवाह के लिए बहुत जरूरी है। यह याद रखना कि मांगलिक दोष एक चुनौती है, लेकिन यह असंभव नहीं है। सही जानकारी और विश्वसनीय सलाह लेना बहुत महत्वपूर्ण है।
एक सफल विवाह के लिए उपाय
मांगलिक दोष को कम करने के लिए धार्मिक और ज्योतिषीय उपायों का पालन करना जरूरी है। हवन, पूजा, विशेष मंत्रों का जाप, व्रत, ग्रहों का प्रतिस्थापन, सकारात्मक सोच और काउंसलिंग का सहारा लेना फायदेमंद है।
सही जानकारी और सलाह का महत्व
मांगलिक दोष के प्रभाव को समझने और उससे निपटने के लिए सही जानकारी और विश्वसनीय सलाह की जरूरत है। ज्योतिषी या धार्मिक विशेषज्ञों से परामर्श लेना फायदेमंद है।
व्यक्तिगत समर्पण और प्रयास
मांगलिक दोष से मुक्ति के लिए व्यक्तिगत समर्पण और प्रयास करना जरूरी है। सही उपायों को निष्ठापूर्वक अपनाकर और पूरी तरह समर्पित होकर प्रयास करने से मांगलिक दोष के प्रभाव को कम किया जा सकता है।
FAQ: मांगलिक दोष में विवाह के उपाय (Manglik dosh mein vivah ke upay)
क्या मांगलिक दोष क्या है और यह कैसे उत्पन्न होता है?
मांगलिक दोष एक ज्योतिषीय समस्या है। यह तब होता है जब जन्म कुंडली में मंगल ग्रह विशेष भावों में होता है। यह व्यक्ति के वैवाहिक जीवन में समस्याएँ ला सकता है।
मांगलिक दोष के प्रमुख लक्षण क्या हैं?
मांगलिक दोष के लक्षणों में विवाह में देरी और रिश्तों में तनाव शामिल हैं। दांपत्य जीवन में समस्याएँ भी हो सकती हैं।
मांगलिक दोष के क्या कारण हो सकते हैं?
मांगलिक दोष जन्म के समय मंगल ग्रह की स्थिति पर निर्भर करता है। कभी-कभी पारिवारिक इतिहास भी इसका कारण बन सकता है।
मांगलिक दोष का विवाह और पारिवारिक जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है?
यह दोष विवाह पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। वैवाहिक जीवन में लड़ाई-झगड़े, तनाव और असंतोष हो सकता है।
यह पारिवारिक जीवन में कष्ट और ससुराल पक्ष के साथ रिश्तों में तनाव पैदा कर सकता है।
मांगलिक दोष को कैसे निवारित किया जा सकता है?
कई उपाय मांगलिक दोष को दूर करने में मदद कर सकते हैं। हवन और पूजा करना, विशेष मंत्रों का जाप करना शामिल है।
कुंडली का गहन विश्लेषण और व्यक्तिगत सकारात्मक सोच भी महत्वपूर्ण है।
मांगलिक व्यक्ति का विवाह कैसे संभव है?
मांगलिक व्यक्ति का विवाह दूसरे मांगलिक व्यक्ति से करना एक समाधान हो सकता है।
बंधनन प्रयोग, विशेष रत्न पहनना और जल प्रवाह के उपाय भी मदद कर सकते हैं।
मांगलिक दोष पर समाज की क्या धारणाएं हैं?
समाज में मांगलिक दोष के बारे में विभिन्न धारणाएँ हैं। कुछ लोग इसे गंभीरता से लेते हैं, जबकि अन्य इसे मिथक मानते हैं।
विवाह के दौरान इस दोष को लेकर सामाजिक दबाव हो सकता है। जागरूकता बढ़ाने और वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता है।